
बसना :पिछले दिनों पत्रकार मुकेश चंद्राकर के हत्या के विरोध में पत्रकार संघ द्वारा बसना बंद करने का आह्वान किया गया था। लेकिन हत्यारों की गिरफ्तारी के बाद और आने वाले छत्तीसगढ़ के त्यौहारी सीजन को ध्यान में रखते हुए दुकानों को दोपहर के बाद खोलने की सहमति बनाई गई और बसना बंद का मिला-जुला असर रहा।